यूपी में आप पार्टी की निष्क्रियता के चलते अकील राणा ने छोड़ी पार्टी
हाईकमान नहीं चाहता यूपी में उभरे पार्टी : अकील राणा
मुज़फ्फरनगर। यूपी में मुर्दा पड़ी आम आदमी पार्टी हाईकमान की गलत नीतियों के कारण नहीं उभर पाई। यूपी में आप संगठन सिर्फ चुनाव के समय थोड़ा बहुत सक्रिय दिखता है, फिर गुम हो जाता है।
पश्चिम प्रान्त उपाध्यक्ष अकील राणा ने आम आदमी पार्टी हाईकमान को जिम्मेदार ठहराते हुए पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा देते हुए पार्टी छोड़ दी है।
अकील राणा ने कहा कि यूपी के प्रभारी संजय सिंह तो चाहते है कि पार्टी उभरे मगर यूपी का नेतृत्व करने वाले नेता कुछ नहीं करते है।
उन्होंने कहा कि किसी भी पार्टी में जिलाध्यक्ष 10 सालो तक एक ही देखा नहीं गया होंगा मगर आप पार्टी में पिछले 10 सालों से एक ही जिलाध्यक्ष है। यही वजह है मुज़फ्फरनगर में काम करने वाले लोग पार्टी में टिक नहीं पाते है।
संजय सिंह अच्छे वक्ता है। राज्यसभा और टीवी डिबेट में विपक्ष पर हावी रहते है लेकिन उत्तर प्रदेश में पार्टी का कोई जनाधार नहीं है इसलिए पार्टी छोड़ने पर मजबूर हुआ हूँ।
हालांकि आम आदमी पार्टी द्वारा दिल्ली और पंजाब में जन कल्याणकारी योजनाओं को झुठलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि मैंने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की विचारधारा से प्रभावित होकर पार्टी जॉइन की थी मगर यूपी में पार्टी कुछ करना ही नहीं चाहती इसलिए हताशा और निराशा के अलावा कुछ नज़र नहीं आया।
मुझे पार्टी में पार्टी अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल, राज्यसभा सांसद संजय सिंह द्वारा भरपूर सम्मान मिला, इसके लिए मैं सदा आभारी रहूंगा। पार्टी छोड़ना नहीं चाहता था मगर निष्क्रियता लोगो की सेवा में अड़चन बनती है इसलिए पार्टी छोड़ दी है।