मुजफ्फरनगर जिला जेल को मिला ISO सर्टिफिकेट:फरवरी से अब तक 6 बार हुआ मानकों का परीक्षण
मुजफ्फरनगर जेल में मैनुअल के आधार पर किये गए सुधारात्मक प्रयास पर जिला जेल को आईएसओ प्रमाण पत्र 9001:2015 प्रदान किया गया। डीएम, एसएसपी और जेल अधीक्षक ने संयुक्त रूप से जानकारी देते हुए बताया कि जेल में गुणवत्तायुक्त प्रशासनिक व्यवस्था, अनुशासन एवं प्रबन्ध प्रणाली का पालन कराए जाने के साथ बन्दियों को सुरक्षित रखरखाव उनके मानवाधिकार के सरंक्षण किये जाने आदि बिंदुओं के आधार पर यह प्रमाण पत्र दिया गया।
जिला जेल को प्रदान किया गया आइएसओ सर्टिफिकेट।
सुधारात्मक प्रयास का मिला फल: सीताराम शर्मा
जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा ने बताया कि जिला जेल में किये गए सुधारात्मक प्रयास का फल मिला है। उन्होंने बताया कि कारागार में निरूद्ध बन्दियों के कौशल विकास मिशन के लिए कम्प्यूटर, सिलाई आदि कार्यो का प्रशिक्षण दिलाये जाने, कारागार में जेल रेडियों के माध्यम से बन्दियों का मनोरंजन किया गया।
बन्दियों के नैतिक एवं मानसिक उत्थान के लिए चलाये जा रहे विभिन्न प्रकार के सुधारात्मक कार्यक्रमों, स्वच्छता एवं सौन्दर्यीकरण के दृष्टिगत एवं जिला कारागार के मानकों के अनुसार समस्त क्रियाकलापों को लागू किये जाने के परिणाम स्वरूप जिला कारागार‚ मुजफ्फरनगर को आईएसओ 9001ः2015 प्रमाणपत्र से नवाजा गया है।
फरवरी से अब तक 6 बार हुआ मानकों का परीक्षण
जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा ने लोकवाणी भवन में हुई प्रेस वार्ता में बताया कि आईएसओं संस्था ने फरवरी माह से अब तक 06 बार जिला जेल का निरीक्षण कर विभिन्न मानको यथा जेल मैनुअल के निर्धारित मानक‚ गुणवत्ता पूर्ण प्रबंधन प्रणाली‚ स्वास्थ्य और सुरक्षा प्रबंधन प्रणाली‚ जोखिम प्रबंधन‚ सामाजिक उत्तरदायित्व‚ खाद्य सुरक्षा प्रबंधन‚ चिकित्सा एवं उर्जा इत्यादि मानकों का निरीक्षण किया।
एसएसपी विनीत जायसवाल ने जेल मे निरन्तर किये जा रहे सुधारात्मक कार्यो का विवरण देते हुए जेल अधीक्षक और उनकी टीम को अच्छे कार्यो के लिए बधायी दी एवं बंदियों के लिए निरन्तर किये जा रहे कार्यो को और भी अच्छा करने के प्रयास के लिए प्रोत्साहित किया।
ISO प्रमाण पत्र से सम्मानित किया जाना गौरव की बात: डीएम
डीएम चन्द्र भूषण सिंह ने कहा कि जिला जेल को आईएसओ प्रमाण पत्र से सम्मानित किया जाना जनपद के लिए हर्ष एवं गौरव का विषय है। उन्होंने जेल अधिकारियों को प्रमाण पत्र देते हुए सम्मानित किया। कहा कि जेल प्रशासन ने बन्दियों के लिए ऊच्च कोटि की व्यवस्था के नवग्रह वाटिका का निर्माण‚ पुस्तकालय का निर्माण‚ महिला बैरक में छोटे बच्चों के लिए क्रेच का निर्माण कराया। बताया कि इनके अलावा महिला बंदियों के लिए सिलाई सेंटर‚ ब्यूटिशियन कोर्स‚ कम्पयूटर प्रशिक्षण‚ योग प्रशिक्षण, जेल रेडियों से मनोरंजन, साफ-सफाई, स्वच्छता आदि कार्यो की टीम द्वारा निगरानी करने के बाद मानकों के आधार पर मुजफ्फरनगर जिला कारागार को आईएसओ 9001ः2015 का प्रमाण पत्र दिया गया है।
उन्होंने कहा कि भविष्य में भी जिला कारागार प्रशासन द्वारा सभी व्यवस्थाओं को बनाये रखते हुए बन्दियों को सुविधायें प्रदान की जायेंगी।
कराई जा रही विकास कार्यों की गुणवत्ता जांच
डीएम ने विकास कार्यो की जानकारी देते हुए बताया कि जनपद में शासन के निर्देशानुसार समस्त विकास कार्यो को तेजी से पूर्ण कराया जा रहा है। जिसका वह स्वंय निरीक्षण कर गुणवत्ता का आकंलन कर रहे हैं। जनपद में दो स्थानो पर एसटीपी का निर्माण‚ रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण‚ एवं एनएचआईए की योजनओं का 90 प्रतिशत से अधिक कृषकों का भुगतान करा दिया गया है। बताया कि जल्द ही समस्त भुगतान करा दिया जायेगा। जनपद की शुगर मिलों द्वारा सभी कृषको का समय से भुगतान कराया जा रहा है। मोरना एवं बजाज शुगर मिलों मे भी समय से भुगतान कराये जाने के पूर्ण प्रयास किये जा रहे हैं।