मुजफ्फरनगर से सटे 15 गांव बन जाएंगे शहर की कालोनी:नगर पालिका सीमा विस्तार की कवायद, नगर निगम बनने पर फिलहाल ब्रेक
सबकुछ ठीक रहा तो जल्द ही मुजफ्फरनगर सीमा से सटे 15 गांव शहर की कालोनी बन जाएंगे। नगर विकास विभाग प्रमुख सचिव ने इसके लिए 15 गांवों को शामिल करने के प्रस्ताव पर अधिसूचना जारी कर दी है। इस मामले में डीएम को पत्र भेजकर प्रस्तावित क्षेत्रफल के लिए 7 दिनों में आपत्तियां और सुझाव मांगे हैं। इसके साथ ही फिलाहल मुजफ्फरनगर पालिका को नगर निगम बनाने की कवायद पर ब्रेक लग गए हैं।
4 दशक से लंबित चल रहा नगर निगम का प्रस्ताव
नगरपालिका परिषद् को निगम बनाने और इसके सीमा विस्तार के लिए लम्बे समय से प्रयास किये जा रहे हैं। इसके लिए पहले प्रस्ताव को भेजने से आज तक 4 सरकार यूपी में बन चुकी हैं। बसपा के शासन में यह कवायद शुरू हुई तो अखिलेश यादव की सरकार में इसको परवान चढ़ाया गया और अब योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल में यह अंजाम तक पहुंचती नजर आ रही है। करीब एक माह पहले ही नगर विकास विभाग को जिलाधिकारी चंद्रभूषण सिंह ने नया प्रस्ताव तैयार कराकर सीमा विस्तार और नगर निगम बनाने की संस्तुति के साथ भिजवाया था। उसमें कुछ खामी रहने पर यह वापस आया और फिर से नया प्रस्ताव भिजवाया गया। अब इसी प्रस्ताव पर प्रदेश के नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव अमृत अभिजात ने सीमा विस्तार के लिए मंजूरी प्रदान करते हुए अधिसूचना जारी की है। यह अधिसूचना जिलाधिकारी चंद्रभूषण सिंह को प्राप्त हुई है। इसमें 15 गांवों के करीब 4524 हेक्टेयर क्षेत्रफल को नगरीय सीमा में शामिल करने का प्रस्ताव किया गया है। इसमें कई गांवों में आंशिक क्षेत्रफल लिया गया है। इसको मंजूरी मिलने के बाद नगर पालिका परिषद् मुजफ्फरनगर में आबादी 5 लाख से ज्यादा हो जायेगी। इस सीमा विस्तार के लिए कहा जा रहा है कि शहरी सीमा से सटे 10 गांवों का शत-प्रतिशत तथा 4 गांवों का आंशिक भाग सीमा विस्तार में लिया गया है। शाहबुद्दीनपुर, सरवट, शेरपुर, मुस्तफाबाद, अलमासपुर, कूकड़ा, सुजडू, खांजापुर, धंधेडा, बीबीपुर सहित बिलासपुर, मंधेडा, मीरापुर सहित चार गांवो का एक बड़ा भाग नगर पालिका मुज़फ़्फ़रनगर का हिस्सा बन जायेगा। इन दस पूरे और चार गांवों के आंशिक हिस्सों को मिलाने के बाद मुज़फ़्फ़रनगर पालिका की आबादी पांच लाख से अधिक हो जायेगी। एडीएम प्रशासन नरेन्द्र बहादुर सिंह ने बताया कि प्रदेश शासन ने नगरपालिका परिषद् मुजफ्फरनगर के सीमा विस्तार को हरी झण्डी दी है। इसके लिए 15 गांवों का करीब 4500 हेक्टेयर से अधिक का क्षेत्रफल पालिका सीमा में शामिल करने का प्रस्ताव भेजा गया था। इसी को लेकर आपत्तियां और सुझाव मांगे गये हैं। लोग अपनी आपत्तियां सीधे नगर विकास विभाग को देने के साथ ही जिलाधिकारी कार्यालय को भी दे सकते हैं। सात दिनों में आपत्तियां व सुझाव प्राप्त किये जायेंगे। इसमें सबसे बड़ा क्षेत्रफल गांव सूजडू से लिया गया है। इसके साथ ही सबसे कम क्षेत्रफल बिलासपुर गांव का लिया गया है। इस सीमा विस्तार के लिए बाईपास का आधार बनाया गया है। अब इन 15 गांव के शामिल होने के बाद काली नदी शहर के बीच में आ जायेगी। अभी तक काली नदी शहरी सीमा के रूप में मानी जाती है। इसके साथ ही काशीराम कालौनी खांजापुर का भाग्योदय भी होगा।